हेल्थ एन्ड वेलनेस सेंटर, परसौनी में दिव्यांगों की मेडिकल टीम ने की विस्तृत जाँच।
जाँच शिविर का जिलाधिकारी ने लिया जायजा।
दिव्यांगों को समुचित ईलाज से किया जा सके दुरुस्त, अन्य व्यक्ति दिव्यांगता के नहीं हो शिकार, इस हेतु जिला प्रशासन है संवेदनशील।
सर्किट हाउस में जिलाधिकारी के साथ संपन्न हुई बैठक।
अच्छे तरीके से जाँच कर दिव्यांगता की रोकथाम के लिए करें कारगर उपाय : जिलाधिकारी।
बेतिया से वकीलुर रहमान खान की ब्यूरो रिपोर्ट!
बेतिया। राज्यस्तरीय मेडिकल टीम द्वारा आज बगहा-01 प्रखंड अंतर्गत मझौआ पंचायत का भ्रमण कर दिव्यांगता के कारणों की जाँच की गई। साथ ही हेल्थ एन्ड वेलनेस सेंटर, परसौनी में दिव्यांगता से प्रभावित हुए व्यक्ति, बच्चों से बातचीत कर उनसे विस्तृत जानकारी ली गयी। उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। उनसे यह जाना गया कि आखिर किन कारणों से इस क्षेत्र में दिव्यांगता की अधिकता है।
राज्यस्तरीय टीम में डॉ0 सुनील झा, निदेशक प्रमुख, स्वास्थ्य सेवाएं, बिहार, डॉ0 विजय प्रकाश राय, राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी, शिशु, बिहार, डॉ0 अनिल कुमार, विभागाध्यक्ष, शिशु रोग, बिहार सहित डॉ0 कुमार सौरभ, डॉ0 वरुण कुमार, डॉ0 बी0 के0 शर्मा, सिविल सर्जन, पश्चिमी चम्पारण, डॉ बी0 के0 चौधरी, एसीएमओ, डॉ0 आर0 चंद्रा, डॉ0 आरस मुन्ना, श्री सलीम जावेद आदि शामिल रहे।
हेल्थ एन्ड वेलनेस सेंटर, परसौनी में आयोजित मेडिकल कैम्प में राज्यस्तरीय मेडिकल टीम द्वारा दिव्यांगता से प्रभावित व्यक्तियों से बारी-बारी से मिला गया। उनका विस्तृत स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। प्रभावित व्यक्तियों से खान-पान, रहन-सहन, ली जा रही दवाई आदि से संबंधित गहन पूछताछ की गई।
जिलाधिकारी ने सहायक निदेशक, सामाजिक सुरक्षा कोषांग को निदेशित किया कि वे इस क्षेत्र में विकलांगता के लिए घर-घर सर्वेक्षण करावें, ताकि सटीक पहचान हो सके। इसके अतिरिक्त जिलाधिकारी ने अनुमंडल पदाधिकारी, बगहा को सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं जिससे शारीरिक एवं बौद्धिक क्षमता को बढ़ावा मिलता है, को शत-प्रतिशत लागू करने का निर्देश दिया।
इसके पूर्व सर्किट हाउस में जिलाधिकारी, श्री कुंदन कुमार की अध्यक्षता में राज्यस्तरीय मेडिकल टीम के सदस्यों के साथ समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। जिलाधिकारी ने कहा कि एक-एक जान कीमती है। सभी व्यक्ति निरोग रहें, इस हेतु राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन द्वारा हर संभव प्रयास लगातार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मझौआ पंचायत में दिव्यांगता के कारणों की जाँच अच्छे तरीके से करें तथा इसकी रोकथाम के लिए कारगर उपाय करें।
ज्ञातव्य हो कि जिलाधिकारी के निर्देशानुसार जिले के सभी पंचायतों में शिविर लगाकर पीड़ितों का ईलाज तथा उनका स्वास्थ्य परीक्षण कराया जा रहा है। इसी क्रम में जुलाई माह में मझौआ पंचायत में आयोजित मेडिकल शिविर में दिव्यांगता से पीड़ित व्यक्तियों ने जिलाधिकारी से मुलाकात कर अपनी समस्या से अवगत कराया।
तत्पश्चात जिलाधिकारी द्वारा सिविल सर्जन को सभी प्रभावित व्यक्तियों की अच्छे तरीके से स्वास्थ्य जाँच करने, दवा उपलब्ध कराने एवं अविलंब दिव्यांगता प्रमाण पत्र मुहैया कराने हेतु निर्देशित किया गया। इसके साथ ही उक्त पंचायत में जिलास्तरीय मेडिकल टीम तथा कार्यपालक अभियंता, पीएचईडी को जाँच की जिम्मेवारी दी गयी।
कार्यपालक अभियंता द्वारा प्रभावित क्षेत्र में उपयोग किये जाने वाले पेयजल जलनमूनों का संग्रह करते हुए राज्यस्तरीय जल जाँच प्रयोगशाला से जल की जाँच करायी गयी। जाँच में उक्त क्षेत्र के पेयजल में आर्सेनिक एवं आयरन की मात्रा सामान्य से ज्यादा पायी गयी।
जिलाधिकारी द्वारा स्वास्थ्य विभाग के वरीय अधिकारियों से वार्ता की गई और मझौआ पंचायत अंतर्गत दिव्यांगता से प्रभावित व्यक्तियों को सही ईलाज करके ठीक कराने तथा इसकी रोकथाम हेतु कारगर उपाय करने का अनुरोध किया गया। उक्त के आलोक में आज राज्यस्तरीय मेडिकल टीम द्वारा मझौआ पंचायत के प्रभावित व्यक्तियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया।