असामाजिक एवं शरारती तत्वों के विरूद्ध करें सख्त कार्रवाई : पुलिस अधीक्षक।
रामनवमी, चैत्र (चैती) छठ, रमजान माह को लेकर विधि-व्यवस्था संधारण की हुई समीक्षा।
बेतिया से वकीलुर रहमान खान की ब्यूरो रिपोर्ट!
बेतिया। जिलाधिकारी, श्री कुंदन कुमार द्वारा आज समाहरणालय सभाकक्ष में रामनवमी, चैत्र (चैती) छठ, रमजान माह के मद्देनजर विधि-व्यवस्था संधारण हेतु की गयी तैयारियों की गहन समीक्षा की गयी। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक, बेतिया, श्री उपेन्द्र नाथ वर्मा, उप विकास आयुक्त, श्री अनिल कुमार, सहायक समाहर्ता, सुश्री शिवाक्षी दीक्षित, अपर समाहर्ता, श्री राजीव कुमार सिंह, श्री अनिल राय सहित सभी जिलास्तरीय प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे। साथ ही अनुमंडल एवं प्रखंड स्तर के सभी प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए जुड़े रहे।
जिलाधिकारी ने कहा कि रामनवमी एवं चैती छठ के अवसर पर विधि-व्यवस्था बनाये रखने हेतु सभी प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों को पूरी मुस्तैदी के साथ अपने-अपने कर्तव्यों एवं दायित्वों का निवर्हन करना है। सजग एवं सतर्क रहते हुए शांतिपूर्ण एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण में आगामी पर्व-त्यौहारों को सम्पन्न कराना है।
उन्होंने कहा कि चैती छठ को लेकर घाटों पर सभी व्यवस्था दुरूस्त कर ली जाय। नदी घाट, तालाब जहां छठ पूजा पर श्रद्धालुओं की भीड़ इकट्ठा होती है, वहां एसओपी के अनुरूप सभी व्यवस्थाएं की जानी है। नदी घाट, तालाबों की अच्छे तरीके से बैरिकेडिंग करानी आवश्यक है। खतरनाक घाटों को निषिद्ध कर दिया जाय। साथ ही वैकल्पिक व्यवस्था स्थानीय बुद्धिजीवियों की सलाह के अनुरूप सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने कहा कि घाटों के किनारे पर्याप्त रौशनी की व्यवस्था, चेजिंग रूम आदि व्यवस्थाएं आयोजकों से समन्वय स्थापित कर कराना सुनिश्चित किया जाय।
उन्होंने निर्देश दिया कि छठ घाटों पर निजी नावों के परिचालन पर रोक/अंकुश लगाया जाय। इसके साथ ही पटाखों की बिक्री पर भी रोक लगा दी जाय ताकि किसी भी प्रकार की दुर्घटना की संभावना नहीं रहे। उन्होंने निर्देश दिया कि पूजा सूमितियों के साथ बैठक आयोजित कर शांतिपूर्ण एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण में पर्व-त्यौहारों को सम्पन्न कराया जाय।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि सिविल सर्जन क्यूएमआरटी को आवश्यक संसाधनों के साथ अलर्ट मोड में रखेंगे। इसके साथ ही एसडीआरएफ की टीम भी अलर्ट मोड में रखी जाय ताकि विषम परिस्थिति में त्वरित गति से कार्रवाई की जा सके।
उन्होंने कहा कि छठ घाटों पर गोताखोरों, मोटरबोट की तैनाती सुनिश्चित किया जाय। गोताखोर महाजाल के साथ अलर्ट मोड में रहेंगे। इसके साथ ही छठ घाटों पर मजिस्ट्रेट एवं पर्याप्त संख्या में पुलिस बलों की प्रतिनियुक्ति कर दी जाय।
जिलाधिकारी ने कहा कि रामनवमी को लेकर मंदिरों की साफ-सफाई, सुरक्षा व्यवस्था आदि सभी व्यवस्थाएं सुदृढ़ रखी जाय। इस दौरान असामाजिक तत्वों से निपटने के लिए पर्याप्त संख्या में पुलिस बलों को सादे लिबास में भी प्रतिनियुक्त किया जाय। असामाजिक तत्वों के साथ सख्ती से पेश आया जाय।
उन्होंने कहा कि रामनवमी एवं चैती छठ के अवसर पर कई जगहों पर कलश यात्रा, शोभा यात्रा सहित अन्य प्रकार के जुलूस निकालने की सूचना प्राप्त हुई है। साथ ही कई जगहों पर मूर्ति अधिष्ठापन की भी सूचना प्राप्त हुई है। इस दौरान सभी अधिकारी पूरी तरह अलर्ट रहेंगे। आवश्यकतानुसार मजिस्ट्रेट, पुलिस दंडाधिकारी सहित पर्याप्त संख्या में पुलिस फोर्स की तैनाती की जाय। कलश यात्रा, शोभा यात्रा सहित अन्य जुलूस का रूट वेरिफिकेशन अनिवार्य रूप से करें।
उन्होंने निर्देश दिया कि बिना अनुज्ञप्ति के एक भी प्रोसेशन नहीं निकलना चाहिए। प्रोसेशन निकालने वाले समितियों के साथ बैठक कर लें तथा प्रोसेशन के एसओपी से उन्हें अवगत करायें। उन्हें बताएं कि विधि-व्यवस्था बनाए रखने के लिए आयोजकों को एसओपी का शत-प्रतिशत अनुपालन करना अनिवार्य है।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि पूजा को लेकर भीड़भाड़ वाले स्थलों, मेलों, पूजा-पंडालों में सीसीटीवी का अधिष्ठापन, पब्लिक एड्रेस सिस्टम तथा प्रॉपर तरीके से क्राउड मैनेजमेंट की व्यवस्था आयोजकों के साथ समन्वय स्थापित कर सुनिश्चित किया जाय।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक, श्री उपेन्द्र नाथ वर्मा ने कहा कि आगामी पर्व-त्यौहारों को लेकर पुलिस अधिकारी तत्परतापूर्वक कार्य करेंगे। चौकीदारों की परेड करा लें। चौकीदारों से मिले इनपुट के आधार पर त्वरित गति से निरोधात्मक कार्रवाई करें। असामाजिक, शरारती एवं अपराधिक तत्वों के साथ विधिसम्मत कार्रवाई करें।