बेतिया से वकीलुर रहमान खान की बयूरो रिपोर्ट।
बेतिया( पश्चिम चंपारण) दिनांक 10 अक्टूबर 2023 को ब्रांड एंबेसडर स्वच्छ भारत मिशन सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ एजाज अधिवक्ता ,डॉ नीरज गुप्ता ब्रांड एंबेसडर स्वच्छ भारत मिशन सह संस्थापक संस्थापक ग्रीन इंडिया रिसर्च परिवार फाउंडेशन, नगर निगम बेतिया ,राजकीय कन्या मध्य विद्यालय बेतिया ,कैलाश सत्यार्थी फाऊंडेशन ,ग्रीन टीम एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा शहीद स्मारक के प्रांगण में कार्यक्रमों का आयोजन किया गया । जिसमें विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों एवं छात्राओं ने भाग लिया। इस अवसर पर सर्वप्रथम डॉ एजाज अहमद ब्रांड एंबेसडर स्वच्छ भारत मिशन, डॉ नीरज गुप्ता ब्रांड एंबेसडर स्वच्छ भारत मिशन ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, अमर शहीदों एवं स्वतंत्र सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर पॉलिथीन, सिंगल यूज़ प्लास्टिक मुक्त प्रकृति, स्वच्छता एवं पर्यावरण संरक्षण का संकल्प छात्र-छात्राओं को दिलाते हुए डॉ एजाज अहमद ब्रांड एंबेसडर स्वच्छ भारत मिशन सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन एवं डॉ नीरज गुप्ता ब्रांड एंबेसडर स्वच्छ भारत मिशन सह स्थापक ग्रीन इंडिया रिसर्च फाउंडेशन ने संयुक्त रूप से कहा कि प्रकृति एवं मानव के बिच बहुत गहरा सम्बन्ध है। मनुष्य के लिए धरती घर का आंगन है और आसमान छत है। सागर-नदिया पानी के मटके है, पेड़-पौधे आहार साधन है, सूर्य-चाँद, तारे दीपक है। वर्तमान समय में कई प्रजातीय के जिव-जंतु एवं वनस्पति विलुप्त हो रहे है।विलुप्त हो रहे जिव-जंतु व वनस्पति रक्षा का संकल्प लेना ही मूल उद्देश्य है, इस अवसर पर डॉ एजाज अहमद ,डॉ नीरज गुप्ता डॉ अमानुल हक संस्थापक मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट, डॉ महबूब उर रहमान एवं डॉ अमित कुमार लोहिया ने संयुक्त रूप से कहा कि प्रकृति हमारी सभी बुनियादी आवश्यकताओं को पूरा करती है , जल, जंगल और जमीन से ही मनुष्य जीवन है। प्रकृति ने हमे सब कुछ दिया है प्रकृति में चारो ओर पेड़-पौधों की हरियाली है।प्रकृति ने हमको पेड़-पौधे, फल-फूल आदि दिए है हमे प्रकृति को बचाने के लिए प्रकृति को पॉलिथीन एवं प्लास्टिक मुक्त करना होगा तथा पुरे विश्व का ध्यान आकर्षित करना होगा। प्रदुषण को कम करना होगा, प्रकृति को हरी भरी खुशहाल रखना होगा। वन्य प्राणियों का संरक्षण संवर्धन करना होगा, हमे अधिक से अधिक पेड़-पौधों को लगाना होगा। हमे प्रकृति को समझना होगा।
दिन-प्रतिदिन बढ़ती जनसँख्या, बढ़ता प्रदुषण, प्रतिवर्ष धरती बढ़ता तापमान नष्ट होता पर्यावरण आज चिंता के विषय बन गए है और हमारी धरती को विनाश की ओर धकेल रहे है। प्रकृति की सुरक्षा करना बेहद जरूरी है, यही कारण है की देश-दुनिया के कई इलाको में सूखा पड़ रहा है।
ये सब प्राकृतिक असंतुलन के कारण हो रहा है आज हमे अपने आपको बदलने की जरूरत है, प्रकृति को नहीं। हम सबके जीवन का आधार हमारी प्रकृति को सुरक्षित रखना हम सबके हाथ में है। हम छोटे-छोटे प्रयासों के द्वारा पर्यावरण को संरक्षित करने में सहयोग कर सकते है।