बैरिया से अजहर आलम के सहयोग से बेतिया से वकीलुर रहमान खान की ब्यूरो रिपोर्ट।
बैरिया ( पश्चिमी चंपारण)
प्रखंड क्षेत्र के फुलियाखाड़ पंचायत के सुदामा नगर में लाखों रुपए की लागत से प्राथमिक उप स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण कराया गया है। लेकिन यहां पर कोई सुविधा उपलब्ध नहीं है। जीसको लेकर जीविका के महिलाओं समेत ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ प्रदर्शन किया है। प्रदर्शन करते हुए बताया की महीना में एक से दो बार ही अस्पताल में चिकित्सक आते है। ग्रामीण तबरेज आलम ने बताया की एक घंटा के लिए खुलता है।
जिसका पता ग्रामीणों को नहीं चलता है। की कब अस्पताल खुला और कब बंद हो गया यहां पर कोई सुविधा नहीं है। ईस अस्पताल में एक टैबलेट तक भी नहीं मिलता है ददन प्रसाद ने बताया कि महिलाओं को बीमारी होने पर हम लोग नौतन नहीं तो बेतिया जाते हैं। समाज सेवी डॉक्टर विपिन बिहारी पांडेय ने बताया कि जिस लाभ के लिए यह अस्पताल बनाए गए हैं। यहां पर जनता का वह लाभ मिलना चाहिए। लेकिन यहां पर नहीं मिल पाता यह स्वास्थ्य विभाग और यहां के स्थानीय राजनेताओं का उदासीनता है।महिलाओं ने बताया की जब प्रशव पीड़ा होता है। तो हम लोग नौतन या बैरिया नही तो बेतिया लेकर जाते हैं।
लेकिन यहां पर कोई सुविधा उपलब्ध नहीं है। और ना हीं यहां पर चिकित्सक मौजूद रहते हैं रामवती देवी ने बताई कि हम लोग को बीमारी होने पर नौतन जाते हैं महिला शिवराती देवी ने बताई कि हम लोग कई बार यहां पर आए हैं और डॉक्टर की नहीं रहने से मायूस होकर हम लोग वापस चले जाते हैं।और प्राइवेट अस्पताल में पैसा लगाकर इलाज कराते हैं। वही आपको बता दे की इक्कीस हजार जनसंख्या पर एक अस्पताल का निर्माण पंचायत में किया जाता है। लेकिन मरीजों को इलाज के लिए यहां पर कीसी प्रकार की दवाई एवं जांच मशीन भी उपलब्ध नही है।। लेकिन सरकार की मनसा पर पानी फिरता हुआ नजर आ रहा है। आखिर इन चिकित्सकों की सैलरी किस आधार पर दिया जाता है। इस संबंध में बैरिया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉक्टर मिथिलेश चंद्र सिंह ने बताया की वहां के सीएचओ का एग्जाम है और एएनएम का ट्रांसफर हो गया है जिसके वजह से बंद है।