भारत सरकार के कार्यालय में चलता है कर्मचारियों का अपना कानून

भारत सरकार के कार्यालय में चलता है कर्मचारियों का अपना कानून

Bettiah Bihar West Champaran

भारत सरकार के कार्यालय में चलता है कर्मचारियों का अपना कानून।

भारतीय डाक विभाग का प्रधान डाकघर बेतिया है गवाह।

डाक कर्मचारियों के परिजन व सगे-संबंधियों को लाभान्वित कराने में उड़ रही है नियम -कानून की धज्जियां।

बेतिया से वकीलुर रहमान खान की‌ ब्यूरो रिपोर्ट।

बेतिया(पच्छिम चम्पारण) ब्रिटिश दास्तां से आजाद भारत वर्ष में भले हीं बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर की अध्यक्षता में गठित संविधान निर्माता समिति द्वारा निर्मित संविधान का अनुपालन हो रहा है। किंतु भारत सरकार के कतिपय कार्यालयों में कार्यरत कर्मचारियों का अपना कानून है। जिसका गवाह भारतीय डाक विभाग का प्रधान डाकघर बेतिया है। जानकार बताते हैं कि बिहार प्रदेश के पश्चिम चम्पारण जिला मुख्यालय बेतिया में संचालित उक्त डाकघर में विभाग में कार्यरत कर्मचारियों व उनके सगे संबंधियों सहित उनके विरादरी के लोगों तथा आम जनता के लिए अलग-अलग कानून है।

तभी तो राष्ट्रीय बचत कार्यपालक पदाधिकारी पश्चिम चम्पारण बेतिया के कार्यालय से अधीकृत राष्ट्रीय बचत एवं महिला प्रधान अभिकर्ताओं के हाथों विनियोग कार्य लेने में प्रधान डाकघर बेतिया के डाकपाल के कथित दबाव में काउंटर पर कार्यरत कर्मियों द्वारा कार्य के निष्पादन के मामले में भेदभाव किया जा रहा है। नाम नहीं छापने की शर्त पर दर्जनाधिक अभिकर्ताओं ने तथा डाक कर्मियों ने बताया कि प्रधान डाकघर बेतिया से सेवानिवृत्त डाक कर्मचारी विजय सिंह की पुत्रवधू रूबी सिंह, डाकिया राज कुमार के संबंधी विष्णु कुमार, डाक कर्मचारी सह डाक कर्मचारी यूनियन के नेता सुनील दुबे की सगी साली सुभद्रा देवी के नाम से राष्ट्रीय बचत कार्यपालक पदाधिकारी पश्चिम चम्पारण बेतिया के कार्यालय से प्राधिकृत राष्ट्रीय बचत अभिकर्ता का लाईसेंस निर्गत है।

जबकि रूबी सिंह के लाईसेंस पर उनके पति रत्नेश कुमार उर्फ रौशन कुमार डाकपाल प्रधान डाकघर बेतिया के डाकपाल के द्वारा अपने पद एवं पावर का कथित दुरूपयोग कर फिक्स डिपॉजिट से संबंधित तमाम कागजातों को भर कर देते हैं जिसका निष्पादन प्राथमिकता के आधार पर काउंटर कर्मी करते हैं। वहीं विष्णु कुमार के लाईसेंस पर डाकिया राज कुमार के पुत्र सुमन कुमार निर्भीक होकर करते हैं। डाक कर्मचारी सह डाक कर्मचारी यूनियन के प्रमंडलीय अध्यक्ष सुनील दुबे की सगी साली सुभद्रा देवी के लाईसेंस पर उनके पति सह पंडित राजकुमार शुक्ल महाविद्यालय सतवरिया के हिन्दी विभागाध्यक्ष व वरसर अखिलेश्वर कुमार पाण्डेय पूरे दिन प्रधान डाकघर बेतिया में बैठकर फिक्स डिपॉजिट से संबंधित आवेदन प्रपत्र भरने से लेकर निष्पादन करवाने तक का कार्य करते हैं।

जबकि अन्य सभी लाइसेंस धारी अभिकर्ताओं व आमजनों के हाथ से हीं आवश्यक कागजात लेकर उनके कार्यो का निष्पादन काउंटर कर्मियों द्वारा डाक कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष के इसारे पर डाकपाल प्रधान डाकघर बेतिया के द्वारा निष्पादित करवाया जाता है। प्रधान डाकघर बेतिया में दोहरे कानून के तहत निष्पादित हो रहे कार्यों की सत्यता की पुष्टि प्रधान डाकघर बेतिया में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज के जांच से आसानी से किया जा सकता है। वहीं इस संबंध में डाक अधीक्षक पवन कुमार वर्मा से संपर्क नहीं हो पाने की वजह से उनका पक्ष प्राप्त नहीं हो सका।

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