बेतिया में 2 लाख फर्जी आधार कार्ड बनाने का सनसनीखेज खुलासा।

बेतिया में 2 लाख फर्जी आधार कार्ड बनाने का सनसनीखेज खुलासा।

Bettiah Bihar Crime West Champaran

बेतिया में 2 लाख फर्जी आधार कार्ड बनाने का सनसनीखेज खुलासा।

बेतिया से वकीलुर रहमान खान की‌ ब्यूरो रिपोर्ट।

बेतिया (पच्छिम चम्पारण)
बेतिया में 2 लाख फर्जी आधार कार्ड बनाने का सनसनीखेज खुलासा हुआ है,जहां चार लोगों के फर्जी 25आईडी कार्ड बनाकर लगभग 2 लाख नकलीआधार कार्ड बनाए गए हैं। बेतिया में बड़े पैमाने पर फर्जीआधार कार्ड बनाने का खेल हो रहा है।इस बात की जानकारी संवाददाता को शिक्षा विभाग कीओर से विद्यालयों में प्रतिनियुक्तिआधार कार्ड बनाने वाले ऑपरेटर के यूजर कोड हैक कर राज्य के विभिन्न जिलों में लाखों की संख्या में फर्जी आधार कार्ड बनाए गए हैं। ऐसे में इस मामले के पर्दाफाश होने के बाद पुलिस और प्रशासनिक महकमें में हड़कंप मच गई है,इस मामले की जांच शुरू हो गई है।
सबसे ज्यादा फर्जीआधार कार्ड बनाने का मामला शिक्षा विभाग में 2023 से हो रहा है
फर्जी आधार कार्ड बनाने वालों को शिक्षा विभाग कैसे नहीं जान पाया,जो दो लाख फर्जीआधार कार्ड बनाए गए हैं,वह कहां है,किसके फर्जी आधार कार्ड बने हैं,इसकी जांच कब होगी,यह गोरख धंधा जब चल रहा था तो शिक्षा विभाग केअधिकारी क्या कर रहे थे।फर्जीआधार कार्ड के इस मामले में शिक्षा विभाग का पोल खोल कर रख दिया है।सवाल यह भी उठता है कि कैसे केवल पश्चिम चंपारण में चारआईडी के 25 आईडी फर्जी बनाकर 2 लाख बनाया गया है,तो और भी मामले सामनेआ सकते हैं।
आधार केंद्र प्रोजेक्ट कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कठिया नौतन की बबीता कुमारी ने डीएम,डीईओ को दिए गएआवेदन में बताया है कि आधार कार्ड संपादन कर रहे केंद्र बंद हो जाने के पश्चात उनके मोबाइल नंबर पर नए आधार कार्ड पंजीकरण एवं अपडेट का ओटीपी आता था, जिसकी उन्होंने मौखिक सूचनाअपने सीनियर को कई बार दी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई,उन्होंने आगे बताया कि हद तो तब हो गई जब 4 जून 2025 को विद्यालय में बिजली कट की समस्या के कारण उस दिन भीआधार अपडेट का कोई कार्य उनके द्वारा नहीं हुआ,लेकिन ओटीपी का मैसेज उनके मोबाइल पर 16 बारआया जिनका प्रिंट निकालकर आवेदन के साथ दिया है।
अब यह मामला फर्जीआधार कार्ड पर प्रश्न चिन्ह खड़ा करेगा। विदित हो कि जिले के
18 प्रखंडों के 2-2 विद्यालयों में आधार कार्ड बनाने के लिए एजेंसी के माध्यम से आधार केंद्र खोला गया था तकनीकी गड़बड़ी होने पर समाधान में स्थित एनआईसी के कवि सुमित कुमार ने ऑपरेटर को लैपटॉप के साथ नंबर 23 में अपने पास बुला लिया था इसके बाद ऑपरेटर का 10 उंगलियों का फिजिकल प्रिंट और आपका आईडी को लोन कर लिया फिर उनके आईडी से फर्जी तरीके से आधार कार्ड बनाए जाने का खेल शुरू हो गया अब जब ऑपरेटर आधार कार्ड बनाते थे तो उनका सीरियल मैच नहीं करता था करंट के उनके उपयोग से पारित तरीके से कई आधार कार्ड बन गए होते थे तब ऑपरेटर को गड़बड़ी होने की संदेह हुआ।

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