शिकारपुर थाना कांड के बाद अब मत्स्य विभाग में घूसकांड।
रमेश ठाकुर के सहयोग से बेतिया से वकीलुर रहमान खान की ब्यूरो रिपोर्ट।
बेतिया(पच्छिम चम्पारण)
भ्रष्टाचार पर नकेल कसने में निगरानी अन्वेषण ब्यूरो को एक और बड़ी सफलता हाथ लगी है। पश्चिम चंपारण जिले के जिला मत्स्य पदाधिकारी पीयूष रंजन को निगरानी टीम ने एक लाख रुपये घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
सूत्रों के अनुसार बैरिया थाना क्षेत्र के पखनाहा बाजार निवासी मुराद अनवर ने निगरानी विभाग को लिखित शिकायत दी थी। शिकायत में कहा गया था कि पदाधिकारी ने उनसे रेस योजना मोदी के तहत सब्सिडी भुगतान के बदले ₹1 लाख की रिश्वत की मांग की। शिकायत का सत्यापन कराए जाने पर आरोप सही पाए गए।
इसके बाद निगरानी विभाग ने योजनाबद्ध तरीके से जाल बिछाया और आरोपी अधिकारी को घूस लेते ही दबोच लिया। गिरफ्तारी के बाद उन्हें निगरानी थाना पटना ले जाया गया, जहां आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
निगरानी विभाग ने स्पष्ट किया है कि सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार करने वाले किसी भी अधिकारी को बख्शा नहीं जाएगा। इस कार्रवाई से जिले के प्रशासनिक हलकों में हड़कंप मच गया है।
गौरतलब है कि निगरानी विभाग ने शिकारपुर थाना की दरोगा प्रीति कुमारी को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा था,जिसके बीते अभी एक हफ्ता नहीं हुआ।अब जिला मत्स्य पदाधिकारी की गिरफ्तारी ने एक बार फिर सरकारी महकमों में व्याप्त भ्रष्टाचार पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
लोगों का कहना है कि रिश्वतखोरी के लगातार बढ़ते मामलों को देखकर ऐसा प्रतीत होता है जैसे इन बाबुओं को सरकार से वेतन नहीं मिलता और वेतन की भरपाई जनता की जेब से करने पर तुले हुए हैं।