जिलाधिकारी द्वारा लिया गया बारिश, जलस्तर वृद्धि एवं जलजमाव के कारण क्षतिग्रस्त हुए फसल का जायजा*

जिलाधिकारी द्वारा लिया गया बारिश, जलस्तर वृद्धि एवं जलजमाव के कारण क्षतिग्रस्त हुए फसल का जायजा*

Bettiah Bihar

 

  • शनिवार एवं रविवार को जिलास्तरीय पदाधिकारियों द्वारा करायी गयी है विस्तृत जांच*
  • *क्षतिग्रस्त सड़क, पुल, पुलिया की मरम्मति युद्धस्तर पर कराने का निदेश*

 

*बेतिया न्यूज़ ब्यूरो वकीलुर रहमान खान*

जिले में बारिश, जलस्तर वृद्धि एवं जलजमाव के कारण हुए फसल क्षति का पुनः आकलन कृषि विभाग द्वारा कराया गया है। फसल क्षति आकलन में नियमों के आलोक में कोई वास्तविक किसान नहीं छूटे, इस हेतु शनिवार एवं रविवार को जिलास्तरीय पदाधिकारियों द्वारा विस्तृत जांच करायी गयी है। साथ ही आकस्मिक फसल योजना के तहत प्रभावित किसानों के बीच निःशुल्क वितरण कराये गये धान बीज की भी जांच करायी गयी है।

इसी परिप्रेक्ष्य में आज जिलाधिकारी, श्री कुंदन कुमार द्वारा चनपटिया प्रखंड के पूर्वी तुरहापट्टी पंचायत सहित अन्य पंचायतों में जाकर फसल क्षति का जायजा लिया गया तथा संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया। इस दौरान जिलाधिकारी द्वारा स्थानीय कृषकों से वार्ता भी की गयी तथा फसल क्षति से संबंधित जानकारी प्राप्त की गयी।

जिलाधिकारी द्वारा अधिकारियों को सख्त हिदायत दिया गया है कि फसल क्षति मुआवजा का लाभ वास्तविक किसानों को हर हाल में मिलना चाहिए। साथ ही किसी भी सूरत में अपात्र लाभुकों को इसका लाभ नहीं मिलना चाहिए, इसे हर हाल में सुनिश्चित किया जाय। अपात्र लाभुकों को फसल क्षति का लाभ मिलने की स्थिति में संबंधित अधिकारियों, कर्मियों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जायेगी।

इस अवसर पर डीडीसी, श्री अनिल कुमार, एसडीएम, बेतिया, श्री विनोद कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

इससे पूर्व जिलाधिकारी कार्यालय प्रकोष्ठ में समीक्षात्मक बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में उप विकास आयुक्त, श्री अनिल कुमार, जिला कृषि पदाधिकारी, जिला मत्स्य पदाधिकारी, एसडीएम, बेतिया, श्री विनोद कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

समीक्षा के क्रम में जिलाधिकारी, श्री कुंदन कुमार ने कहा कि विगत माह बारिश, जलस्तर, जलजमाव के कारण जिले के पशु एवं मत्स्य पालकों को हुई क्षति का आकलन अविलंब करते हुए उन्हें निर्धारित योजनाओं से लाभान्वित किया जाय।

उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन को जिलेवासियों से पशु एवं मत्स्य क्षति की जानकारी भी प्राप्त हो रही है। इस हेतु संबंधित अधिकारी पूरी मुस्तैदी के साथ पशु एवं मत्स्य क्षति का आकलन प्रॉपर तरीके से करेंगे।

उन्होंने कार्यपालक अभियंताओं, अंचलाधिकारियों को निदेश दिया कि क्षेत्रान्तर्गत सड़क, पुल, पुलिया आदि की क्षति से संबंधित अद्यतन प्रतिवेदन तुरंत उपलब्ध करायें। साथ ही क्षतिग्रस्त सड़क, पुल, पुलिया आदि की मरम्मति युद्धस्तर पर कराते हुए आवागमन सुचारू करायें ताकि आमजन को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े।

उन्होंने कहा कि सड़क, पुल, पुलिया आदि की मरम्मति, निर्माण में गुणवता का विशेष ख्याल रखा जाय। किसी भी प्रकार की गड़बड़ी नहीं हो, इसका विशेष ध्यान रखा जाय। गड़बड़ी करने वालों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी।

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