पूर्वी चंपारण: घोड़ासहन बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के बैनर तले बिहार के सभी हड़ताली शिक्षक अर्धशतक पार करके लॉक डाउन का पालन करते हुए 54 वें दिन भी हड़ताल जारी रखा।
संघ के आह्वान पर पूर्वी चंपारण अध्यक्ष मण्डल सदस्य सह जिलाध्यक्ष राहुल सिंह ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताये कि हड़ताली शिक्षक 11अप्रैल को भारतीय समाज सुधारक व महान दार्शनिक ज्योतिराव गोविंद राव फुले की जयंती को लॉक डाउन के कारण शिक्षक अपने घर पर मौन व्रत धारण करके मनाएंगे ।
साथ ही 14 अप्रैल को भारतीय संविधान के जनक व देश के प्रथम विधि एवम न्याय मंत्री डॉ भीमराव अंबेडकर के जयंती के अवसर पर भी सभी शिक्षक इस तिथि को संकल्प दिवस दिवस के रूप में मनाएंगे।
इस बीच हड़ताली शिक्षक 11 से 14 अप्रैल तक अपनी मांगों के लिए सभी विधायक से लेकर राज्यपाल तक गुहार लगाएंगे।
पूरा देश कोरोना को लेकर संकट के दौर से गुजर रहा है,लेकिन बिहार सरकार कार्य अवधि का वेतन रोककर नियोजित शिक्षकों को भुखमरी के कगार पर पहुँचा दिए है,उनके सामने आर्थिक संकट उत्पन्न हो गई है,सरकार की हिटलर शाही नीति के कारण निलंबन और बर्खास्तगी से 35 शिक्षको की मौत हो चुकी है,हड़ताली शिक्षको ने ठाना है,बिहार से कोरोना एवम नियोजन वायरस को जड़ से खत्म कर भगाना है,क्योंकि कोरोना और नियोजनवाद दोनों समाज व मानवता के लिए खतरनाक है।