बघम्बरपुर पुल को अविलंब मरम्मति कराकर आवागमन करायें सुचारू।
जिलाधिकारी ने मझौलिया प्रखंड अंतर्गत बाढ़ राहत कार्यों का लिया जायजा।
कम्युनिटी किचेन में साफ-सफाई का निदेश।
बाढ़ के पानी से क्षतिग्रस्त हुये बधम्बरपुर पुल को अविलंब मरम्मति कर आवागमन करायें सुचारू।
ब्यूरो रिपोर्ट, बेतिया: जिलाधिकारी, कुंदन कुमार द्वारा आज मझौलिया प्रखंड अंतर्गत सरिसवा पंचायत में बाढ़ प्रभावित व्यक्तियों को भोजन, शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के उदेश्य से संचालित कम्युनिटी किचेन का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के क्रम में जिलाधिकारी ने कहा कि कम्युनिटी किचेन में साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था की जाय तथा लाॅगबुक का संधारण भी अनिवार्य रूप से किया जाय। साथ ही कम्युनिटी किचेन तथा आसपास के क्षेत्रों का नियमित रूप से सैनेटाइजेशन करने का भी निदेश जिलाधिकारी द्वारा दिया गया है।
तदुपरांत जिलाधिकारी द्वारा बरवा सेमरा घाट पंचायत के बघम्बरपुर (सेमरा रोड) में अवस्थित पुलिया का जायजा लिया गया जो बाढ़ के पानी से क्षतिग्रस्त हो गया है। मौके पर जिलाधिकारी ने उक्त पुलिया का निर्माण/मरम्मति शीघ्रातीशीघ्र कर आवागमन को सुचारू कराने का निदेश संबंधित पदाधिकारियों को दिया है। जिलाधिकारी ने प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारी को सख्त निदेश दिया है कि बाढ़ प्रभावित व्यक्तियों को राहत पहुंचाने में किसी भी प्रकार की शिथिलता, लापरवाही एवं कोताही नहीं होनी चाहिए। सरकार द्वारा उपलब्ध कराये गये सभी प्रकार की सुविधाएं उन्हें हर हाल में मुहैया करायी जाय।
जिलाधिकारी ने कहा कि बाढ़ प्रभावित व्यक्तियों के बीच जहां कम्युनिटी किचेन का संचालन नहीं हो रहा है, वहां पर्याप्त मात्रा में सूखा राशन उपलब्ध कराकर वितरण कराना सुनिश्चित किया जाय। जिन इलाकों में अभी भी नदी का पानी जमा है वहां के लोगों की सुविधा के लिए पर्याप्त संख्या में नाव की व्यवस्था की जाय। उन्होंने कहा कि आपदा राहत बोट के माध्यम से आवश्यक दवाईयां, पशुओं के लिए दवाईयां, पशु चारा, पाॅलीथिन शीट्स आदि जरूरत के सामानों को बाढ़ प्रभावित व्यक्तियों के बीच वितरण करायी जाय।
जिलाधिकारी ने कहा कि बाढ़ का पानी जैसे-जैसे कम होता जायेगा संक्रमण का खतरा भी बढ़ता जायेगा। जलजनित संक्रमण की रोकथाम हेतु इन क्षेत्रों में ब्लीचिंग पाउडर, चूना आदि का नियमित छिड़काव शुरू कर दी जाय तथा इन क्षेत्रों को आवश्यकतानुसार सैनेटाइज भी कराना सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने कहा कि आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाली गर्भवती महिलाओं (जिनकी डिलीवरी 10-15 दिनों में होनी है) का लाइन लिस्टिंग करने के उपरांत सभी गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाय ताकि प्रसव के समय उनको कठिनाईयों का सामना नहीं करना पड़े। इसके साथ ही अन्य गर्भवती महिलाओं हेतु समुचित चिकित्सा व्यवस्था पुख्ता रखी जाय।
कार्य में शिथिलता एवं लापरवाही के कारण मझौलिया प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारी को शोकाॅज करने का निदेश जिलाधिकारी द्वारा दिया गया है। साथ ही उन्हें बाढ़ आपदा के समय पूरी तत्परतापूर्वक अपने कर्तव्यों का निवर्हन करने को कहा गया है।
इसके पश्चात जिलाधिकारी द्वारा प्रखंड कार्यालय, मझौलिया में विगत दिनों बाढ़ के पानी से मृत हुए सरिसवा पंचायत निवासी सनी कुमार के आश्रित श्री परमा साह को अनुग्रह अनुदान योजना के तहत 04 लाख रूपये का चेक सौंपा गया। इसके साथ ही नरकटियागंज के सेमरी राजा नट की मृत्यु डूबने के कारण हो गयी थी। संबंधित क्षेत्र के पदाधिकारी द्वारा मृतक राजा नट के आश्रित पिता श्री साहेब नट को भी 04 लाख रूपये का चेक प्रदान किया गया। वहीं बगहा-02 प्रखंड में बाढ़ से मृत्यु होने के उपरांत मृतक सुखलाल यादव की आश्रित इन्द्रावती देवी को भी 04 लाख रूपये का चेक अनुग्रह अनुदान योजना के तहत प्रदान किया गया है।
निरीक्षण के क्रम में सहायक समाहर्ता, श्री कुमार अनुराग, अपर समाहर्ता, श्री नंदकिशोर साह, एसडीएम, बेतिया, श्री विद्यानाथ पासवान, मझौलिया बीडीओ एवं सीओ सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।