मुजफरपुर: शहीद खुदीराम बोस स्मारक स्थल पर किसानों के अनिश्चितकालीन धरना पर कल किये गये हमले के खिलाफ आज अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के बैनर तले सैकड़ों सामाजिक – राजनैतिक कार्यकर्ताओं एवं विभिन्न किसान संगठन के लोगों ने जुलूस निकाल कर प्रतिवाद किया तथा हमलावरों को अविलम्ब गिरफ्तार करने की मांग किया।
जुलूस शहीद खुदीराम बोस स्मारक स्थल, कंपनीबाग से निकल कर पोस्ट आफिस चौक तक गया।जुलूस का नेतृत्व सामाजिक कार्यकर्ता एवं पर्यावरण अनिल प्रकाश, साहिद कमाल, प्रो अवधेश कुमार, रमेश पंकज, प्रो विश्वानंद, गांधी शांति प्रतिष्ठान के अरविंद वरुण, मानवाधिकार कार्यकर्ता प्रो एम. एन. रिजवी, अंकित आनंद,सेवादार अविनाश कुमार साई, बाबा आमटे सेंटर के रामबाबू, आॅल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन के बिहार राज्य सचिव लालबाबू महतो, मुजफ्फरपुर किसान सभा के अध्यक्ष चन्देश्वर प्रसाद चौधरी, एआईकेएमकेएस के उदय चौधरी, अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा के रुदल राम, अखिल भारतीय किसान सभा के मदन प्रसाद, अखिल भारतीय खेत व ग्रामीण मजदूर सभा के शत्रुघ्न सहनी, अखिल भारतीय किसान महासभा के होरील राय, इंसाफ़ मंच के सूरज कुमार सिंह, बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ (सेवांजली) के शंभू शरण ठाकुर, एआईयूटीयूसी के जिला सचिव मो इदरीस आदि कर रहे थे।
पोस्ट आफिस चौक पर लोगों को संबोधित करते हुए जुलूस के नेतृत्व कर्ताओं ने इस घटना की कड़ी निंदा किया और कहा कि जिस तरह से धरना दे रहे किसानों पर हमला किया गया, यह लोकतंत्र पर हमला है तथा खुलमखुला गुंडागर्दी है। इसी तरह से 26 जनवरी को मुजफ्फरपुर में आयोजित ट्रैक्टर रैली से लौट रहे किसान आंदोलन के कार्यकर्ताओं पर जानलेवा हमला हुआ। परंतु तीन सप्ताह बित जाने के बाद भी अभी तक उन हमलावरों की गिरफ्तारी नहीं हुई है। अगर उनकी गिरफ्तारी हुई होती तो कोई इस तरह का दु:साहस नहीं करता। इससे यही प्रतीत होता है कि हमलावरों को राज्य सरकार का संरक्षण प्राप्त है।
जुलूस में मुख्य रूप से अब्दुल गफ्फार, महेंद्र राय अधिवक्ता, झुनझुन सिंह, सैयद अशरफ करीम, सयैद सरफराज हैदर, महेश चौधरी, बच्चाबाबू राम, कमल राम, चन्दन कुमार, राजकिशोर राम, रामवृक्ष राम, जब्बार, मुखिया प्रेमकुमार राम, राजकुमार राम आदि कर रहे थे।. वहीं अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के बैनर तले खुदीराम बोस स्मारक स्थल कंपनी बाग में 70 वें दिन धरना जारी रहा।
धरना की अध्यक्षता चन्देश्वर प्रसाद चौधरी ने किया। जबकि धरना को कर्मचारी नेता अर्जुन कुमार, किसान नेता केदार सिंह पटेल, हबिबुर रहमान, पंडित मधुशुदन झा, भूपनारायन सिंह, मो यूनुस, काशीनाथ सहनी,अजित कुमार,डॉ ब्रजभूशण राय, प्रो लक्ष्मी कान्त, अशोक भरति, संजीत किशोर ने मुख्य रुप से संबंधित किया।
धरना को संबोधित करते हुए किसान नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार किसान आंदोलन से घबरा गयी है। इसीलिए वह अपनी पार्टी के अनुसंगी संगठन के गुंडों से आंदोलन पर हमला करवा रही है तथा उन गुंडों को केन्द्र व राज्य दोनों ही सरकारें संरक्षण दे रही है। परंतु वह चाहे जितना भी हमला करे आंदोलन रुकने वाला नहीं है। यह आंदोलन तीनों कृषि काला कानूनों के वापस होने तथा एमएसपी को कानूनी दर्जा देने तक जारी रहेगा।