साठी संवाददाता किशोर कुमार राय की रिपोर्ट
बेतिया /साठी -मनरेगा योजना लुट खशोट कि योजना बन गई है मजदूरों का पलायन रोकने व उन्हें गावँ में ही रोजगार उपलब्ध कराने को लेकर मनरेगा योजना की शुरुआत की गई ।परंतु स्थानीय पदाधिकारी व जनप्रतिनिधियों की उदासीनता के कारण यह योजना अपने लक्ष्यों से भटक गया है जिस नहर या पईन मे बरषो से पानी नहीं आया जब मुख्य कनाल से ही पानी नही आ रहा है तो पईन मे कहा से आएगा लेकिन हर साल उसकी सफाई करा कर लिपा पोति कि जाती रही है ।
थाना क्षेत्र के पंचायतों में मनरेगा योजना से हो रहे कार्य में नियम के प्रतिकूल मनमाने ढंग से कार्य कराया जा रहा है। कार्यस्थल पर योजना संबंधित किसी तरह का बोर्ड नही लगा हुआ है।वही कार्यस्थल पर फ़र्स्ट एड की कोई व्यवस्था नही है किसी तरह से काम करा कर सरकारी राशि का दुरुपयोग किया जा रहा है बुद्धिजीवी वर्ग ईस कार्य से संतुष्ट नहीं हैं।
लोगो का कहना है कि मनरेगा से काम ऐसी हो कि मजदूरों को रोजगार के अवसर के साथ साथ आम जनता को भी उस काम से फाएदा हो सरकारी नियमा नुसार एक काम जब मनरेगा से पुरा हो गया है तो उसपर दुबारा काम फिर तिन साल बाद कराना है लेकिन अधिकारियों और प्रतिनिधियों के मिलि भगत से हर साल उसी पर काम कराया जा रहा है जिससे लुट खसोट साफ नजर आ रही है।