नागरिकता संशोधन कानून NRC-CAA-NRP के खिलाफ शनिवार को भाकपा माले ने जोरदार रैली किया।

नागरिकता संशोधन कानून NRC-CAA-NRP के खिलाफ शनिवार को भाकपा माले ने किया जोरदार रैली।

West Champaran
नागरिकता संशोधन कानून NRC-CAA-NRP के खिलाफ शनिवार को भाकपा माले ने जोरदार रैली किया।

बेतिया ब्यूरो, ओकीलुर रहमान खान

पश्चमी चम्पारण:  सीकटा स्थानीय जनता उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के परिसर में  संविधान-बचाओ, लोकतंत्र बचाओं बैनर के तहत CAA को रद्द करने एव NRC- NPR को वापस करने के मांग को लेकर विशाल जनसभा किया गया। सभा में सबसे पहले CAA -NRC एव NPR के विरुद्ध देश में चल रहे विरोध प्रदर्शन के तहत उतर प्रदेश, असम, बिहार आदि राज्यों में तानाशाह सरकार की पुलिस के हाथों हिंसा में मारे गए नौजवानों को श्रद्धांजलि दी गई।
कार्यक्रम की अध्यक्षता नजबुद्दीन ने किया इस दौरान भाकपा माले के केन्द्रीय कमिटी सदस्य वीरेन्द्र गुप्ता ने कहा जैसे अंग्रेजों ने फुट डालो राज करो की निति के जरिये टू नेशन अपनाकर देश को दो टुकड़ों में बांट दिया था, जिसका जख्म देश लम्बे समय तक झेलाता पड़ा था। उसी तरह की विभाजनकारी राजनीति के जरिए मोदी सरकार CAA- NRC एव NRP के जरिये देश में बनी साझी विरासत साझी शाहदत साझी नागरिकता पर हमला करते हुये भारतीय सविधान को ख़त्म करना चाहती है।
उनहोंने कहा कि दुनिया में जपान को छोड़ कर किसी दूसरे देश में जनता की कोई रजिस्टर नहीं बनी है, जपान में जो रजिस्टर बनी थी उसमें यहूंदी को रजिस्टर से बाहर कर गैस चेम्बर में लाखों लोगों की हत्याये कर दिये थे। श्री गुप्ता ने मोदी सरकार द्वारा संविधान की बदलने की निति और नियत पर जोरदार हमला बोला, कहा कि संविधान की रक्षा के लिए एकजुट होकर आंदोलन तेज करनी की जरूरत है।

विभाजनकारी NRC -CAA को रद्द करने तक लड़ाई लड़ने का अहवाहन किया, भाकपा (माले) के केन्द्रीय कमिटी सदस्य सह इंसाफ मंच के बिहार प्रभारी नैमुदीन अंसारी ने कहा कि हमारा देश बहुलतावादी, साझी संस्कृति, साझी विरासत वाली देश है, दर्जनों संप्रदायों, कई धर्मों, सैकड़ो भाषाओं तथा गंगा- जमुनी तहजीब से बना है, हिन्दू मुस्लिम सिक्ख ईसाई सभी धर्मों के लोगों ने देश की आजादी की लड़ाई में एक साथ कुर्बानी दिया है।

लेकिन मोदी सरकार NRC- CAAएव NPR के माध्यम से जिन नागरिकों के वोट से सरकार बनाई थी, आज उन्ही नागरिकों से भारतीय नागरिकता की प्रमाण मांग रहीं हैं।  इस तानाशाह मोदी सरकार के विरुद्ध जो देश में दूसरी आजदी की लड़ाई चल रही है उसके साथ एकजुटता दिखाने की जरूरत है।

कहा कि एनआरसी-एनपीआर मोदी सरकार 1948 के जनसंख्या सेंसेक्स के खिलाफ 1955 के नागरिकता सेंसेक्स एक्ट के तहत एनपीआर करा रही है। यह सम्पूर्ण रूप से एनसीआर ही है, इसको बहिष्कार करने का अहवाहन किया। और अपील किया कि कोई भी कर्मचारी NPR करने आपके दरवाजे पर आते है तो अपने दरवाजा बंद कर ले किसी तरह का सहयोग नहीं करे।
असहयोगात्मक आंदोलन करने का मंत्र दिया फरहान राजा ने कहा कि जनगणना के माध्यम से इस बार एनपीआर में माँ-बाप की जन्म तिथि व जन्म स्थान के बारे में भी जानकारी मांगी जाऐंगी,  सरकार कह रहीं हैं कि केवल मौखिक जानकारी देनी है। उन्होंने कोई डाक्यूमेंट नहीं देने का सालाह दिया।  वही दूसरे चक्कर में जब जांच करने आपके घर टीम आयेगी और जन्म तिथि और जन्म स्थान का प्रमाण माँगा जाएगा तब भूमिहीन गरीब और अशिक्षित लोग किस कागज के आधार पर कैसे प्रूफ़ करेंगे कि मेरे माता-पिता का जन्म स्थान और जन्म तिथि का यह कागजात है।

यह मोदी सरकार सभी गरीबों को विदेशी और घुसपैठिये बनाने पर तुली है, जो हम देशवासियों को कबुल नहीं हम लडेगें जीतेगें। किसान महासभा के जिला संयोजक सुनील कुमार राव ने कहा कि एन.आर.सी.और कैब के जरिए गरीबों और अल्पसंख्यकों की नागरिकता खत्म कर उन्हें गुलाम बनाने की साज़िश कर  रहीं हैं मोदी सरकार,1947 में भारत को टुकड़े करने वाली और आज फिर धर्म के नाम पर नागरिकता छीनने की साज़िश कर विभाजनकारी राजनीति करने वाली आर.एस.एस. की हिटलरी विचार धारा के खिलाफ  संघर्ष करना होगा।

आगे कहा कि 9 से 24  जनवरी तक  सभी प्रखंडों में संविधान बचाओ- नागरिकता बताओं-देश बचाओ जनएकता सम्मेलन होगा जिसके माध्यम से मोदी सरकार के खिलाफ संविधान बचाने का आंदोलन तेज़ होगा, खेत एव मजदूर सभा के जिला अध्यक्ष संजय राम ने कहा कि  NRC CAA एव NPR सीएए  के खिलाफ 25 जनवरी को गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर सविधान बचाओ देश बचाओ मानव  श्रृंखला बनाने का अहवाहन किया।

इस मौके पर अमिर अखतर, यूसुफ अंसारी, मौलाना हसन माबिया, अफाक आलम साहब, नुर महमद साहब, महमद आलम साहब,  जमियत मिलिया के पुर्व अध्यक्ष शंस परवेज़, ने कहा कि यहां से जाने के बाद अंचल सतर पर गांव सतर पर संविधान बचाने के लिए जनएकता सम्मेलन करें। इस लड़ाई में हम जीतेगें।

मौलाना अमिर अरफात ने कहा कि संविधान की हिफाजत के लिए आये लोगों को अभिनन्दन करते हुए कहा कि जमिया के छात्रों द्वारा सुरू लड़ाई आज पुरे देश में फैला गया है, इस लड़ाई को कोई रोक नहीं सकते हैं। जामिया मिलिया के पुर्व  छात्र संघ अध्यक्ष शमस परवेज़ ने कहा कि मोदी सरकार देश से लगतार झूठ बोल रही हैं। सदन में राष्ट्रपति जो सरकार के ही लिखा भाषण में कहा कि एनआरसी लागू होगा, जब मोदी जी रामलीला मैदान में कहा कि एनआरसी-एनपीआर कभी कोई चर्चा हुआ ही नहीं है।

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