पूर्वी चंपारण/ घोड़ासहन: भाकपा-माले का 51 वां स्थापना दिवस व सर्वहारा क्रांति के महानायक लेनिन के 150 वीं जन्म दिवस आइसा के गांधी नगर घोड़ासहन स्थित ढाका विधानसभा क्षेत्रिय कार्यालय में मनाया गया। मौके पर भूख मिटाने-कोरोना हराने, और साम्प्रदायिकता के वायरस को परास्त करने का कार्यकर्ताओ ने लिया संकल्प ! “माले”
जनता का स्वार्थ हीं पार्टी का स्वार्थ है !- “माले ,
समाजवादी व्यवस्था के निर्माण के लिए भाकपा-माले है प्रतिबद्ध !
पुलिस प्रशासन जनता के साथ अमानवीय व्यवहार कर रही है ! नितीश-मोदी सरकार है जिम्मेवार !- “माले ,
स्थापना दिवस ऐसे वक्त में मनाया जा रहा है जब दुनिया कोरोना की चपेट में है ! देश में लॉकडाउन की वजह से गरीबो – मजदूरों की बड़ी आबादी के सामने भूखमारी की समस्या उठ खड़ी है ! भूख से लगातार मौते हो रही है ! ऐसे संकट के दौर में भी साम्प्रदयिक ताकते शहर/गांव में नफरत फैला रही है !
मोदी सरकार सामाजिक तना-बना को खत्म करने पर अमादा है ! कोरोना के बहाने मुसलिमो – अल्पसंख़्यको के खिलाफ नफरत फैलया जा रहा है ! भाजपा की विभाजनकारी राजनीती को सफल होने नहीं दिया जायेगा ! वामपंथी आंदोलन में भाकपा-माले नई क्रांतिकारी धारा की स्तम्भ है ! जिसे शक्तिशाली बनाना वक्त की मांग है !
जारी विज्ञप्ति में प्रखण्ड सचिव ऐनुल हक, आइसा बिहार विश्वविद्यालय अध्यक्ष मधुसूदन, आलम दुबे, ओमप्रकाश शाह, सुभाष यादव, मोनू जयसवाल, राजकपूर कुशवाहा, बिकास सिंह, गौरी शाह, महेश शाह, फिरोज आलम, सनी कुमार शामिल है !