लगातार पांचवे दिन भी बंद रहा बलथर चौक की दुकानें।

लगातार पांचवे दिन भी बंद रहा बलथर चौक की दुकानें।

Bettiah Bihar West Champaran सिकटा

सिकटा संवाददाता अमर कुमार की रिपोर्ट!

बेतिया/ सिकटा- हमेशा गुलजार रहनेवाला बलथर चौक को किसकी नजर लग गई है कि वहाँ मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है। भय से दो गांवों के सैकड़ों लोग अपना आशियाना छोड़ कर नेपाल और अन्य सगे संबंधियों के घर पर रहने को मजबूर है। अब तो आलम यह है कि पुलिस के कार्यवाई में न्यायायिक पद के आसन पर चुने गए सरपंच भी शामिल हो गए है।पुलिस ने उनके खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया है।जिसके चलते वे भी भूमिगत होने पर मजबूर हो गए है।मिली जानकारी के अनुसार होली के दिन बलथर थाना पर हमले व आगजनी की घटना में सरपंच राजशरण पटेल व जद यू के जिला महासचिव मुकेश पटेल, बलथर चौक पर होम्योपैथी चिकित्सक इन्द्राशन साह समेत अन्य प्रतिनिधि भी नामजद अभियुक्त बनायें गयें है।

पुलिस अपनी प्राथमिकी में ऐसे लोगों को भी उस जघन्य अपराध का दोषी माना है। जबकि सरपंच व जिला महासचिव ने कहा कि हम लोग सरकार के एक जिम्मेदार अंग है। घटना को बचाने का हर सम्भव प्रयास भी किया। लेकिन आक्रोशित बात समझने को तैयार नही थे। अंततः मजबूर होकर वापस होना पड़ा था। वही होम्योपैथी चिकित्सक इन्द्रशन साह ने कहा कि हमलोगों की जिम्मेदारी समाज को बचाने की है। स्थिति को नियंत्रित करने का पूरा प्रयास किया गया पर कोई सुनने को तैयार नही था। जो जबरन समझाने का कोशिश किया उसे लाठी खानी पड़ रही थी। लोगों ने कहा कि प्राथमिकी में अधिकतर नाम निर्दोषों का है। दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए।

इसके पक्षधर है। बता दे कि आर्यानगर के युवक युवक अनिरुद्ध यादव की मौत पुलिस अभिरक्षा में होने के बाद थाना पर हमले व आगजनी सरकारी सम्पत्ति के नुकसान करने, सड़क जामकरने आदि में चार प्राथमिकियां दर्ज की गई है। जिसमें 760 नामजद व हजारों अज्ञात को आरोपित किया गया है। बहरहाल बलथर और आर्यनगर गांव की बात करे तो घरों में ताले लटके हुए हैं।कुछ बुजुर्ग महिला इक्कादुक्का दिख रही है।निर्दोष ग्रामीणों का मानना है कि गांव के जनप्रतिनिधियों और सरकार के एक अंग कहे जाने वाले जदयू के सिपाही भी पुलिसिया कार्यवाई से अछूते नही है तो उनकी औकात क्या है।वही पंचायत के मुखिया सुनील कुमार सिंह उर्फ पप्पू ने कहा कि अब दोनों गांव में शांति स्थापित हो और अस्तव्यस्त जनजीवन वापस पटरी पर लौट आये।

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