भारतीय जीवन बीमा निगम ने मनाया धूमधाम से स्थापना दिवस!

भारतीय जीवन बीमा निगम ने मनाया धूमधाम से स्थापना दिवस!

Bettiah Bihar West Champaran

जनता का विश्वास भारतीय जीवन बीमा निगम की ताकत है शाखा प्रबंधक अनिल कुमार!
न्यूज़ ब्यूरो वकीलुर रहमान खान!

बेतिया( पश्चिमी चंपारण) जनता का विश्वास भारतीय जीवन बीमा निगम की ताकत है। जो हमारी संपदा है। उक्त बातें भारतीय जीवन बीमा निगम शाखा कार्यालय बेतिया के शाखा प्रबंधक अनिल कुमार ने कहीं। वो गुरुवार को भारतीय जीवन बीमा निगम के स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित सहकर्मी, अभिकर्ता व ग्राहकों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज हम सब ने निगम के 66 वीं वर्षगांठ का एक नया अध्याय जोडा।

इसमें अभिकर्ता व ग्राहकों के साथ-साथ हमारे सहकर्मियों का बहुत बड़ा योगदान है। वहीं मौके पर उपस्थित सेवानिवृत्त भारतीय जीवन बीमा निगम के अधिकारी प्रभु नाथ तिवारी ने कहा कि योगक्षेमं वहाम्यहम शब्द श्रीमद् भागवत गीता के नौवें अध्याय का 22 वां श्लोक है। जिसमें भगवान श्री कृष्ण अर्जुन से कह रहे हैं कि जो भक्त प्रेमी मुझ पर परमेश्वर का नित्य निरंतर चिंतन करते हुए निष्काम भाव से भजते हैं।

उस नित्य निरंतर चिंतन करने वाले प्रेमि का योगक्षेम स्वीकार कर लेता हूं ,जो भारतीय जीवन बीमा निगम के स्थापना का मूलमंत्र है । उन्होंने यह भी कहा कि 1 सितंबर सन 1956 को स्थापित भारतीय जीवन बीमा निगम का केंद्रीय कार्यालय मुंबई है। जिसके 8 क्षेत्रीय कार्यालय हैं। जो मुंबई कोलकाता, दिल्ली, हैदराबाद, कानपुर ,चेन्नई ,भोपाल व पटना में स्थित है। इतना ही नहीं अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में भी इसकी शाखाएं हैं। फिजी मॉरीशस ,यूनाइटेड किंगडम एवं मणिपुर में इसकी शाखाएं संचालित है। संपूर्ण भारत वर्ष में 2048 कंप्यूटरीकृत शाखाएं, 113 मंडल कार्यालय व 1500 से अधिक सैटेलाइट कार्यालय जनता की सेवा में कार्यरत है।

बचत और सुरक्षा की दृष्टि से राष्ट्र में ये अग्रणी है। उन्होंने यह कहा कि सन 1818 ईस्वी में आधुनिक रूप से भारतीय जीवन बीमा निगम इंग्लैंड से भारत में आई और कोलकाता में ओरिएंटल लाइफ इंश्योरेंस के रूप में बिपिन बिहारी दास गुप्ता एवं यूरोपियनों के द्वारा शुरू की गई। मगर ये कंपनी भारतीयों का बीमा नहीं करती थी। जिससे क्षुब्ध होकर कोलकाता के महान स्वतंत्रता सेनानी मुक्तिनाथ शील के अथक प्रयासों से बाद में भारतीयों का बीमा करना शुरू किया।

दूसरी बीमा कंपनी सन 1870 में मुंबई मैचुअल लाइफ इंश्योरेंस कंपनी सामान्य दर पर भारतीयों का बीमा करती थी। तीसरी कंपनी 1907 ईस्वी में गुरुवार रविंद्र नाथ टैगोर के छोटा जोड़ा कमरों में हिंदुस्तान कोऑपरेटिव सोसायटी ने काम करना शुरू किया। कालांतर में भारतीय जीवन बीमा निगम की स्थापना 1 सितंबर 1956 को हुई जो लगातार जन सेवा के कार्य में लगी हुई है।

मौके पर सहायक शाखा प्रबंधक अवनीश कुमार दीपक कुमार कर्ण स्वर्ग दीप आनंद सौरभ कुमार सचिन कुमार रश्मि रानी मनीषा कुमारी निधि कुमारी ज्योति कुमारी विशाखा कुमारी उदय कुमार पवन कुमार दास संजय कुमार राजेश कुमार संदीप कुमार गुप्ता सुशील कुमार वीरेंद्र कुमार अभिकर्ता संघ के सचिव मनबोध प्रसाद, अध्यक्ष बशीर मियां, युगल किशोर प्रसाद अमिताभ भट्टाचार्य, दिलीप सिन्हा सहित समस्त कार्यालय कर्मी अभिकर्ता व ग्राहक उपस्थित थे।

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