बेतिया से वकीलुर रहमान खान की जीरो रिपोर्ट!
मझौलिया ( पश्चिमी चंपारण) मां अपने बच्चे के स्वास्थ्य को लेकर हमेशा परेशान रहती है और खासतौर पर जब नवजात की पहली सर्दी हो ऐसे में उनकी देखभाल के प्रति कई सावधानियां बरतनी होती है।
दिन-ब-दिन बढ़ रहे सर्दी में नवजात शिशु का सर्दी से बचाव जरूरी होता है। उक्त सलाह दिया है केशरी हैल्थ केयर हॉस्पिटल के डेंटल एवं शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर रौशन केशरी ने उन्होने नवजात शिशुओ से संबंधित बात करते हुए बताया कि नवजात शिशुओं की रोग प्रतिरोधक क्षमता पूर्णता विकसित नहीं होती और उन्हें सर्दी ,जुकाम, बंद नाक ,सांस लेने में तकलीफ, बुखार, गले और कान में इंफेक्शन जैसी समस्या जल्द हो जाती है।
ऐसे में मां का दूध शिशु के लिए अनिवार्य है जिससे बच्चों में बीमारी से लड़ने की शक्ति मिलती है साथ में 6 महीना तक मां का दूध नवजात शिशु के लिए अमृत के समान होता है। ठंड के मौसम में बच्चों के शरीर का तापमान गिर जाता है जिस में इंफेक्शन होने का डर ज्यादा बना रहता है। इस मौसम में बच्चे में निमोनिया का ज्यादा डर बना रहता है साथ ही कोल्ड इंजरी का भी खतरा बना रहता है ।
जिससे बच्चे का मुंह नीला होना और हाथ पैर में सूजन की शिकायत आती है। ऐसे में बच्चों को गर्म कपड़े पहनने के साथ-साथ सर्दियों में नवजात शिशुओं को बचाव के लिए मां को विशेष ख्याल रखना चाहिए।
नवजात शिशु को किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य संबंधी कठिनाई हो अभिलंब शिशु रोग विशेषज्ञ से परामर्श लेना चाहिए। वहीं महिला रोग विशेषज्ञ यमुना देवी ने बताया कि इस सर्दी के मौसम में नवजात शिशु को सरसों तेल में लहसुन अदरक मिलाकर गर्म करके मालिश करते रहना चाहिए। साथ ही साथ मां को भी अपने स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देना चाहिए।