देश नाजुक स्थिति के दौर से गुजर रही है,एकजुटता की है जरूरत:– सुरैया सहाब
बेतिया से वकीलुर रहमान खान की ब्यूरो रिपोर्ट।
बेतिया (पच्छिम चम्पारण)
हमारा देश भारत,अहिंसाऔर शांति में विश्वास रखने वाला है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आतंकवाद के सामने सर झुका दे। पहलगाम में आतंकी हमले की घटना के बाद देश नाजुक स्थिति से गुजर रही है,ऐसी स्थिति में, हम लोगों को एकजुट होकर, एक दूसरे के धर्म का ख्याल रखते हुए,मिलजुल कर,प्रेम भाव से,शांतिपूर्वक,सद्भावना, सौहार्द बनाकर इस आपात की घड़ी में एक जुट रहने की जरूरत है।
भारत का हर नागरिक इस संकट की घड़ी में एक फौजी है,मातृभूमि की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार रहने की जरूरत आ गई है। यह बातें स्थानीय मानवाअधिकार सह सामाजिक कार्यकर्ता, सुरैया सहाब ने प्रेस को दी। उन्होंने महती सभा को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय संस्कृति ज्ञान की संस्कृति है,पूरी दुनिया में इसकी पहचान है,हमारी संस्कृति आत्मा से परिभाषित है,सभी मेंआत्मा के रूप में परमात्मा निवास करता है। सभी देशवासी,सभी धर्म के मानने वाले भारतीय हैं,एक
भारतीय होने के नाते इस घटना की जितनी भी निंदा की जाए वह कम होगी,यह बहुत ही शर्मनाक घटना है,इस घटना में प्राय हिंदू,मुस्लिम के अलाव कई धर्म के मानने वाले लोगों को गोली मारकर हत्या कर दी गई है,इस घटना को आखिर क्यों,किस लिए,किस बिना पर इसकोअंजाम दिया गया,इसका विधिवत विभिन्न जांच एजेंसियों के माध्यम से जांच करने कीआवश्यकता है,
ताकि वास्तविकता,इसकी सच्चाई सामने आ सके, जिससे देशवासियों को आपसी प्रेम,भाईचारा बनाये रखने में मदद मिल सके,नहीं तो लोग एक दूसरे पर संदेह की भावना से देखेंगे।इस घटना के पीछे कौन सी शक्ति काम कर रही है,उसका पता लगाना नितांतआवश्यक है, नहीं तो देशवासी एक दूसरे पर संदेह की स्थिति बनाए रखेंगे,जोआने वाले समय के लिए घातक होगा।